बैंकों तथा कच्चा तेल आयातकों की डॉलर लिवाली से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में आज रुपया 16 पैसे टूटकर 67.07 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। यह 07 फरवरी के बाद की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है। भारतीय मुद्रा इससे पहले दो दिन में नौ पैसे चढ़ी थी। गत दिवस यह एक पैसे की मजबूती के साथ 66.91 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई थी।
रुपये पर आज आरंभ से ही दबाव रहा। यह छह पैसे फिसलकर 66.97 रुपये प्रति डॉलर पर खुला। शुरुआती कारोबार में 66.91 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद एक समय यह 67.09 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर तक उतर गया था। अंतत: बुधवार की तुलना में 16 पैसे नीचे 67.07 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपये में यह गिरावट अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर पड़ने के बावजूद दर्ज की गयी है। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में लगातार 11 दिन बढ़त बनाता हुआ बुधवार को ढाई सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुँचने के बाद आज डॉलर फिसल गया। कारोबारियों ने बताया कि तेल आयातकों तथा बैंकों द्वारा सस्ते डॉलर की खरीद से आज रुपया टूटा है। हालाँकि, घरेलू शेयर बाजार की आधा फीसदी से अधिक की तेजी के कारण इसकी गिरावट कुछ कम रही।