शिवसेना ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना ने कहा कि लोग मध्यावधि चुनावों के लिए तैयार हैं। वहीं शिवसेना ने आगे कहा कि शिवसेना के मंत्री अपना पद छोड़ने के लिए तैयार है, उन्हें बस उद्धव ठाकरे के आदेश का इंतजार है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हाल ही में समर्थन वापिस लेने के मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार को आगाह किया था।
खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर रेनकोट अटैक पर बमला करते हुए कहा कि पीएम को लोगों के बाथरूम में झांकना बंद करना चाहिए और विपक्ष को कुंडली देख लेने की धमकी देना भी बंद करना चाहिए।
शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने कहा कि बीजेपी लगातार अपनी पार्टी में दागी लोगों को शामिल कर रही है, वहीं मनीषा कायंदे ने कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के कामकाज के तरीके से भी नाराज है। उन्होंने कहा कि लोग बीजेपी से ऊब गए हैं। शिवसेना ने महाराष्ट्र सीएम की प्रमोशन के दौरान उपयोग की भाषा को भी शर्मनाक बताया।
बता दें कि देश की सबसे बड़ी नगरपालिका में इस बार बीजेपी और शिवसेना अलग- अलग चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि राज्य और केंद्र में दोनों का गठबंधन मौजूद है। बीजेपी 227 सीटों वाली बीएमसी में 114 सीटें मांग रही थी। लेकिन शिवसेना 60 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं थी।
जब बात नहीं बनी तो शिवसेना ने अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया। बीजेपी ने बाद में 95 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इसके बाद से दोनों पार्टियों मे जुबानी जंग जारी है। बीएमसी चुनावों के लिए 21 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 23 फरवरी को आएंगे।