जबलपुर जिला प्रशासन की ओर से जारी किए फीस वापसी के निर्देश के बावजूद कई निजी स्कूल प्रबंधन ने अब तक फीस वापसी की प्रक्रिया शुरू ही नहीं की। अभिभावक काे उम्मीद थी कि कलेक्टर के आदेश के बाद निजी स्कूल फीस वापस करना शुरू कर देंगे, लेकिन स्कूलों में अभिभावकों से यह कह दिया गया है कि अभी और जांच होगी
2018 से वसूली अवैध फीस अब अभिभावकों को लौटानी होगी
जबलपुर के जिन 10 स्कूलों को फीस वापसी के निर्देश दिए हैं, उनमें लिटिल वर्ल्ड स्कूल कटंगा- तिलवारा एक मात्र ऐसा स्कूल है, जिससे सभी 10 स्कूलों में सबसे ज्यादा अवैध फीस वसूली की। जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और पुलिस द्वारा इस स्कूलों के दस्तावेज और फीस नियमावली को खंगालने के बाद यह पता चला है कि 2018 से 2024-25 तक इस स्कूला ने 18 करोड़ 38 लाख 77 हजार की अवैध फीस वसूली की है, जो अब अभिभावकों को लौटानी होगी।इन्होंने की इतनी वसूली
- सेंट अलायसियस पाेलीपाथर 8 करोड़ 14 लाख 53 हजार
- क्राइस्ट चर्च स्कूूल बायज 6 करोड़ 65 लाख 32 हजार
- क्राइस्ट चर्च सकूल सालीवाडा 2 करोड़ 67 लाख 25 हजार
- सेंट अलायसियस स्कूल सदर 9 करोड़ 10 लाख 3 हजार
- लिटिल वर्ल्ड स्कूल कंटंगा-तिलवारा 18 करोड़ 38 लाख 77 हजार
- क्राइस्ट चर्च सकूल आइएससी 6 करोड़ 17 लाख एक हजार
- चैतन्य टेक्नोलाजी विद्यालय 4 करोड़ 62 लाख 33 हजार
- ज्ञानगंगा आर्किड इंटरनेशन विजय नगर 6 करोड़ 10 लाख 35 हजार
- स्टेमफील्ड इंटरनेशनल स्कूल विजयन नगर 4 करोड़ 61 हजार 54
- क्राइस्ट चर्च स्कूल घमापुर 2 करोड़ 72 लाख 66 हजार रुपये
सेंट अलायसियस, क्राइस्ट चर्च से कम बच्चे, फिर भी वसूली में अव्वल
जबलपुर के पूर्व महापौर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्गीय विश्वनाथ दुबे के लिटिल वर्ल्ड स्कूल कटंगा और तिलवारा ने बच्चें ने फीस वसूली में कोई कमी नहीं की। नियम के मुताबिक स्कूल प्रबंधन को हर साल 10 फीसदी ही फीस बढ़ाने के अधिकार हैं, लेकिन जांच में सामने आया है कि स्कूल के एमडी और प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों, सदस्यों ने 20 से 40 फीसदी तक फीस बढ़ाई और वसूली। इसकी जानकारी न तो जिला प्रशासन को दी और न ही राज्य शासन को।इन स्कूलों पर अब तक कार्रवाई नहीं
- सेंट अलायसियस रिमझा स्कूल
- सेंट अलायसियस पनागर स्कूल
- क्राइस्ट चर्च स्कूल गल्स विजय नगर
- अजय सत्यप्रकाश स्कूला पनागर
- अजय सत्यप्रकाश स्कूल ग्वारीघाट